Monday 12 April 2010

कभी-कभी छोटी-छोटी चीजें भी बहुत दर्द देती है....


इतनी आसानी से नहीं पाया था आपको, ज़माने से लड़कर अपनाया था आपको, 
आपको क्या पता कितने जातां किये हमने,  अन्तराष्ट्रीय चिड़ियाघर" से चुराया था आपको.

यह दिल आपको भुला नहीं सकता, ऐसा क्यों है बता नहीं सकता,
मुश्किल तो यह है आपको यकीन नहीं, और दिल चीर के मै दिखा नहीं सकता.

लड़की : क्या कर रहे हो
लड़का : मखिया मर रहा हु
लड़की : कितनी मरी
लड़का : 3 मेल  2 फिमेल 
लड़की : केसे पता
लड़का : 3 बीयर बोत्तल पे थे और 2 फ़ोन से चिपकी थी.

हंसने वालो को रुलाया नहीं जाता लहरों को हटाया नहीं जाता
होने वाले खुद ही अपने हो जाते है किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता.

रोज़ किसी का इंतज़ार होता है..
रोज़ ये दिल बेक़रार होता है..
काश ये दुनिया वाले समझ पते..
की 'चुप' रहने वाले को भी किसी से प्यार होता है.

यादो के सहारे दुनिया नहीं चलती
बिना मिले कभी महफ़िल नहीं बनती
एक बार दिल से पुकारो तो दोस्त
क्योंकि की दोस्तों के बिना ये धड़कन नही चलती -

जिंदगी में कभी-कभी छोटी-छोटी चीजें भी बहुत दर्द देती है....   
यकीन ना आये तो कभी आलपिन पर बैठ कर देख लो.:-)

भेजने वाले : गौरांग स्वदिया

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