Kuch Animated Dil Sirf Apke liye..........
Monday 31 December 2007
Saturday 29 December 2007
भारत माता की जय
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Friday 28 December 2007
NAVKAR MANTRA
णमो अरिहन्ताणम्
णमो सिध्धाणम्
णमो आइरियाणम्
णमो उवझ्झायणम्
णमो लोये सव्वसाहुणम्
ऎसो पन्च णमोकारो
सव्वपावप्पणासणो
मन्गलाणम्चा सव्वेसिम्
पढमम हवई म॑गलम्
णमो सिध्धाणम्
णमो आइरियाणम्
णमो उवझ्झायणम्
णमो लोये सव्वसाहुणम्
ऎसो पन्च णमोकारो
सव्वपावप्पणासणो
मन्गलाणम्चा सव्वेसिम्
पढमम हवई म॑गलम्
Tuesday 25 December 2007
सुबह जब आख खुलती हैं,
सुबह जब आख खुलती हैं,
तो लबो पे तेरा नाम होता हैं,
जब नीगोडी रात आती हैं,
तो पास में जाम होता हैं !
काश पंख होते मेरे तो में उडकर पास आपके चला आता,
कितने बेताब हैं आपके लिए, हाले दिल सुना आता !
हर पल एक अगन सी होती हैं तेरे प्यार की,
त्म्हे दिखा आता...........................................
तो लबो पे तेरा नाम होता हैं,
जब नीगोडी रात आती हैं,
तो पास में जाम होता हैं !
काश पंख होते मेरे तो में उडकर पास आपके चला आता,
कितने बेताब हैं आपके लिए, हाले दिल सुना आता !
हर पल एक अगन सी होती हैं तेरे प्यार की,
त्म्हे दिखा आता...........................................
Thursday 20 December 2007
दर्द भरे शेर
तेरे चेहरे की चमक सदा बनी रहे,
हसीं इन लबों पे सदा सजी रहे,
दूर रखे खुदा सारे गमो से तुझे,
खुशी तेरे दामन में सदा बनी बनी.
सिने में लगी आग को दबा लेंगे,
दिल में उस बात को छुपा लेंगे.
तुझे देखे बिना तेरी तस्वीर बना सकता हूँ,
तुझसे मिले बिना तेरा हाल बता सकता हूँ,
हैं, मेरी दोस्ती में इतना दम की, अपनी,
आखों के आसूं तेरी आखों से गिरा सकता हूँ.
बेवफा जब भी तेरी याद आती हैं,
टूटे दिल से आह निकल जाती हैं,
इस पर तुने मरहम तो लगाया नही था,
फ़िर क्यों तेरी याद इसे आ जाती हैं.
तुम अपने मादक नयनो से मुझे यूं इशारा न करो,
क्योंकि तेरे मादक नयनो को देखकर मेरा मन भी बहक जाता हैं.
कसम खाने के बाद, अक्सर वह हमे भूल जाते हैं,
तभी तो हम उन्हें बेवफा कहते हैं.
मुक्कदर का गरीब, दिल का आमिर था
मिलकर बिछड़ना मेरा नसीब था,
चाह कर भी कुछ कर न सके हम,
घर जलता रहा और समुन्दर करीब था.
हसीं इन लबों पे सदा सजी रहे,
दूर रखे खुदा सारे गमो से तुझे,
खुशी तेरे दामन में सदा बनी बनी.
सिने में लगी आग को दबा लेंगे,
दिल में उस बात को छुपा लेंगे.
तुझे देखे बिना तेरी तस्वीर बना सकता हूँ,
तुझसे मिले बिना तेरा हाल बता सकता हूँ,
हैं, मेरी दोस्ती में इतना दम की, अपनी,
आखों के आसूं तेरी आखों से गिरा सकता हूँ.
बेवफा जब भी तेरी याद आती हैं,
टूटे दिल से आह निकल जाती हैं,
इस पर तुने मरहम तो लगाया नही था,
फ़िर क्यों तेरी याद इसे आ जाती हैं.
तुम अपने मादक नयनो से मुझे यूं इशारा न करो,
क्योंकि तेरे मादक नयनो को देखकर मेरा मन भी बहक जाता हैं.
कसम खाने के बाद, अक्सर वह हमे भूल जाते हैं,
तभी तो हम उन्हें बेवफा कहते हैं.
मुक्कदर का गरीब, दिल का आमिर था
मिलकर बिछड़ना मेरा नसीब था,
चाह कर भी कुछ कर न सके हम,
घर जलता रहा और समुन्दर करीब था.
Friday 14 December 2007
मेरी आँखों में ने चमक दे दी तुमने
मेरी आँखों में ने चमक दे दी तुमने
थोडी नही बहुत सी खुशी दे दी तुमने
अंजुरी भर हसी दे दी तुमने
कुछ मीठे सपने भी सौपे है तुमने
और मैं क्या चाहूंगी इसके सिवा
की जब तक है सितारे जवान
दिल मैं उतर आओ एक गीत बनके
जब चलो तुम मंजिल की तरफ़
मंजिल खुद आ जाए सामने चल के
सूरज जब छोड ये धरती सदा के लिए
चाँद भी हो जब रुखसत सदा के लिए
तब तक तुम रहो धरती पर
मेरे आकाश बनके
थोडी नही बहुत सी खुशी दे दी तुमने
अंजुरी भर हसी दे दी तुमने
कुछ मीठे सपने भी सौपे है तुमने
और मैं क्या चाहूंगी इसके सिवा
की जब तक है सितारे जवान
दिल मैं उतर आओ एक गीत बनके
जब चलो तुम मंजिल की तरफ़
मंजिल खुद आ जाए सामने चल के
सूरज जब छोड ये धरती सदा के लिए
चाँद भी हो जब रुखसत सदा के लिए
तब तक तुम रहो धरती पर
मेरे आकाश बनके
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