Thursday 29 October 2009

टूट गये हैं सामने के 4 दांत फिर भी मुँह खोल कर मुस्कराया करो.







बोतल छुपा दो कफ़न में मेरे
शमशान में पिया करूँगा,
जब खुदा मांगेगा हिसाब
तो पैग बना के दिया करूँगा.




अर्ज़ किया है :-



गधे को गधी से प्यार हो गया
गधे को गधी से प्यार हो गया.

वाह वाह
इतना रोमांटिक एस एम एस पढ कर एक और गधा तैयार हो गया.   








अर्ज़ किया हैं :-
दाग तो चला जाएगा कमीज़ से
दाग तो चला जाएगा कमीज़ से

वाह वाह
अगर तुम कपडे धो तमीज से.   







बहार आने से पहले फिजा आ गयी..
वाह! वाह!

बहार आने से पहले फिजा आ गयी
फूल को खिलने से पहले बकरी खा गयी!    







ए दोस्त तन्हाई में न वक़्त बिताया करो,
कभी-कभी महफिलों में भी आया करो,
क्या हुआ जो टूट गये हैं सामने के 4 दांत फिर भी मुँह खोल कर मुस्कराया करो.





तुमसा कोई दूसरा ज़मीन पर हुआ,
तोह रब से शिकायत होगी....
एक को तोह झेला नहीं जाता,
दूसरा आ गया तो क्या हालत होगी!




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