Tuesday 15 July 2008

कुछ शायरी हो जाए !!!

फूलों से खूबसूरत कोई नही.
सागर से गहरा कोई नही.
अब आपकी क्या तारीफ करू...
ऐ दोस्त, आप जैसा... नालायक कोई नही!


आप क्या जानो हम आपको कितना याद करते हैं.
मानो या न मानो हर पल फरियाद करते हैं,
रोज़ ख़त लिखते हैं कार्टून नेटवर्क को...
और

बस आप को दिखने की मांग करते हैं।


दूर से देखा तो संतरा था,
पास गया तो भी संतरा था,
छिल के देखा तो भी संतरा था,
खा के देखा तो भी संतरा था। वाह! क्या संतरा था।

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