Friday 30 November 2007

प्यार भरे शेर


दिल की धड़कन मे कोई बात होती हैं
हर उदासी मे कोई न कोई बात होती
हैं आप को पता हो न हो
आपकी खुशी के पीछे हमारी दुआ साथ होती हैं



वो वक्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे
दुनिया मे हम खुश नसीब होंगे
दूर से जब इतना याद करते है आपको
क्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे?


मांगी थी दुआ आशियाने की,
चल पड़ी आन्धिया ज़माने की,
मेरे गम कोई न समझ सका,
क्योंकी मेरी आदत थी मुस्कुराने की

बेताब तमन्नाओ की कसक रहने दो,
मंजिल को पानी की कसक रहने दो,
आप चाहे रहो नज़रों से दूर,
पर मेरी आंखों में अपनी एक झलक रहने दो.

ख़ुद को ख़ुद की ख़बर न लगे
कोई अच्छा भी इस कदर न लगे
आप को देखा है बस उस नज़र से
जिस नज़र से आप को नज़र न लग

मुस्किलो से आपकी मुलाकात न हो,
उदास बैठो कभी ऐसी बात न हो,
दुआ है के महेफिलो से सजे
ज़िंदगी आपकी... बस इस दोस्त को
याद कर लेना जब कोई साथ न हो.

खुदा भी नजाने कैसे कैसे रिश्ते
बना देता है,
जिनें को हम कभी जानते भी नही थे,
उनको जान से भी प्यारा बना देता है.

1 comment:

  1. http://docs.google.com/Presentation?id=dc9t39cj_1f7dkfgs3

    ReplyDelete