Wednesday, 22 October 2008

चिम्पंजी की आखरी नसल कहीं खो गई

देखा तुझे तो रूह खुश हो गई,
एक कमी थी वो भी पुरी हो गई.
पागल हैं वो लोग जो कहते हैं की,
चिम्पंजी की आखरी नसल कहीं खो गई..


तारीफ के काबील हम कहाँ
चर्चा तो आपकी चलती है
सब कुछ तो है आपके पास
बस सींग और पुँछ की कमी खलती है


इतना खुबसूरत कैसे मुस्कुरा लेते हो
इतना कातिल कैसे शर्मा लेते हो
एक बात बताओ दोस्त बचपन से ही कमीने हो
या सूरत ही ऐसी बना लेते हो


तुमसा कोई दूसरा जमीन पर हुआ
तो रब से सिकायत होगी....
एक तो झेला नही जाता
दूसरा आ गया तो क्या हालत होगी....


खुदा करे तुम जिन्दगी में बहुत आगे बडो!!!
इतने आगे बडो की जिससे मिलो वो कहे
-ऐ बाबा चलो चलो आगे बडो..


मैं तुम्हारे लिए सब कुछ करता......
मगर मुझे काम था......
मैं तुम्हारे लिए डूब के मरता......
मगर मुझे जुखाम था......

Saturday, 18 October 2008

मैं मारने वाला हूँ...

दोस्तों आज में आपको कोई लतीफा या जोक्स सुना कर बोर नही करूँगा बल्कि एक ऐसी बात बताऊंगा जिससे आप भी tension में आ जायेंगे.....................
आज में ऐसी ही नैट पे कुछ ढूंड रहा था की एक साईट पर मेरी नज़र पड़ी जिसका address नीचे हैं:-----

http://www.deathclock.com/images/title.gif

जी हाँ में इसी साईट के बारे में बात कर रहा हूँ जो आपकी मरने की तारीख बताएगी....
और इनका दावा हैं की ये जो तारीख बताते हैं की आप कब मरने वाले हो ये बिल्कुल सही हैं...
तो मैंने भी अपने मारने की तारीख का पता लगाया जो कुछ ऐसे हैं :----

Your Personal Day of Death is...
Wednesday, December 20, 2062
Seconds left to live...
1,709,410,153




तो क्या आपको लगता हैं की में इसी दिन मरूँगा....
plz mujhe bate ki kya ye sach hain...

Wednesday, 15 October 2008

ये तो जल गया.

उस वक्त भगवन ने क्या कहा होगा जब उसने पहली बार किसी वेस्ट-इंडीज के आदमी को बनाया होगा?






आईला,
ये तो जल गया.



संता रोड पे
सिगरेट पीता हुआ भाग रहा था,
उससे किसी ने पूछा की क्या कर रहे हो?
संता- मैं रहा हु की एक सिगरेट कितनी कि.मी चलती हैं.



संता कि अम्मा मर गई.
2-4 आदमी बोले अम्मा हमें बी ले जाती अपने साथ.
संता बोला चुप हो जाओ कमीनो,
अम्मा क्या टाटा सूमो करके गयी है.





एक ओपरेशन के बाद,
रोगी- डॉक्टर साहब क्या अब मैं रोग से मुक्त हूँ,
डॉक्टर- बेटा डॉक्टर तो नीचे रह गया मैं तो यमराज हूँ....

Saturday, 4 October 2008

मास्टरजी और मन्नू


http://www.quicklanguage.com/1/pict/teacher.gifअध्यापक :- तुम कक्षा में देर से क्यों आए |
http://i261.photobucket.com/albums/ii66/petra2874/shinchan.gifमन्नू :- एक बोर्ड के कारण में कक्षा में देर से आया हूँ मास्टर जी |
http://www.quicklanguage.com/1/pict/teacher.gifअध्यापक :- कौन से बोर्ड की वजह से ?
http://i261.photobucket.com/albums/ii66/petra2874/shinchan.gifमन्नू :- जब मैं स्कूल आ रहा था तो रास्ते में एक बोर्ड लगा था की "आगे स्कूल हैं कृपया धीरे चले"






http://www.quicklanguage.com/1/pict/teacher.gifअध्यापक :- मन्नू अब ये बताओ की वो क्या चीज हैं, जो आज हैं आज से दस साल पहले नही थी.
http://i261.photobucket.com/albums/ii66/petra2874/shinchan.gifमन्नू :- मास्टरजी, "मैं".






http://www.quicklanguage.com/1/pict/teacher.gifअध्यापक :- क्या कोई "इत्तेफाक" का अच्छा सा उदहारण दे सकता हैं?
http://i261.photobucket.com/albums/ii66/petra2874/shinchan.gifमन्नू :- मास्टरजी, मेरी मम्मी और पापा की शादी एक ही दिन और एक ही टाइम पर हुई थी।






http://www.quicklanguage.com/1/pict/teacher.gifअध्यापक :- अब बच्चो, ये बताओ की, "मैंने एक आदमी को एक गधे को पिटते हुए देखा और उसे उस आदमी से बचाया", इससे मैं तुम्हे क्या समझाना चाहता हूँ?

http://i261.photobucket.com/albums/ii66/petra2874/shinchan.gifमन्नू :- मास्टरजी, "भाईचारा"